आज के इस पोस्ट में हमलोग कक्षा 10वीं अर्थशास्त्र का पाठ ‘अर्थव्यवस्था एवं इसका विकास’ का नोट्स को देखने वाले है। arthvyavastha Class 10th
अर्थव्यवस्था एवं इसका विकास |
प्रश्न 1. अर्थशास्त्र (Economics) किसे कहते है?
उत्तर– अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अंतर्गत वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है।
👉 अर्थशास्त्र के पिता (पितामह) एडम स्मिथ को कहा जाता है। उन्होंने ‘वेल्थ ऑफ नेशंस‘ नामक पुस्तक लिखा था।
लॉर्ड डलहौजी का कथन “फूट डालो और शासन करो (divide and rule)” ।
प्रश्न 2. आर्थिक क्रिया किसे कहते है?
उत्तर– वैसा क्रिया (काम), जिनसे हमें आय प्राप्त होता है, उसे आर्थिक क्रिया कहते है। आर्थिक क्रिया द्वारा लोगों को रोजगार मिलता है। जैसे– कृषि, व्यापार, सेवा, बैंकिंग, शिक्षा
प्रश्न 3. अर्थव्यवस्था (Economy) किसे कहते है?
उत्तर– अर्थव्यवस्था एक ऐसा तंत्र या ढाँचा है, जिसके अन्तर्गत लोग विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाएँ करके आय प्राप्त करते हैं, तथा अपनी आजीविका चलाते हैं। जैसे– कृषि, उद्योग, व्यापार, बैंकिंग आदि
👉 अर्थव्यवस्था की संरचना के आधार पर अर्थव्यवस्था को तीन क्षेत्रों में बांटा गया है
(i) प्राथमिक क्षेत्र (Primary Sector) = प्राथमिक क्षेत्र को कृषि क्षेत्र कहते है। इसके अंतर्गत कृषि, पशुपालन, मछली पालन आदि व्यवसाय आता है।
(ii) द्वितीयक क्षेत्र (Secondary Sector) = द्वितीयक क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र कहते है। इसके अंतर्गत निर्माण या उद्योग कार्य आता है।
(iii) तृतीयक क्षेत्र (Tertiary Sector) = तृतीयक क्षेत्र को सेवा क्षेत्र कहते है। इसके अंतर्गत बैंक, बीमा, परिवहन, संचार, व्यापार आदि व्यवसाय आता है।
👉 वर्तमान में प्राथमिक क्षेत्र घटता जा रहा है, जबकि द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र बढ़ता जा रहा है।
अर्थव्यवस्था के प्रकार
(i) पूंजीवादी अर्थव्यवस्था = वह अर्थव्यवस्था, जहां उत्पादन के साधनों का स्वामित्व निजी व्यक्ति के पास होता है, उसे पूंजीवादी अर्थव्यवस्था कहते है। अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सभी वस्तुओं पर प्राइवेट कंपनी का अधिकार है।
(ii) समाजवादी अर्थव्यवस्था= वह अर्थव्यवस्था, जहां उत्पादन के साधनों का स्वामित्व सरकार के पास होता है, उसे समाजवादी अर्थव्यवस्था कहते है। जैसे– चीन, क्यूबा
(iii) मिश्रित अर्थव्यवस्था= वह अर्थव्यवस्था, जहां उत्पादन के साधनों का स्वामित्व सरकार तथा निजी व्यक्ति के पास होता है, उसे मिश्रित अर्थव्यवस्था कहते है। जैसे– भारत
अर्थव्यवस्था का विकास
(i) आर्थिक विकास किसे कहते है?
उत्तर– आर्थिक विकास एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके द्वारा दीर्घकाल में किसी अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है।
☞ श्रीमती उर्सला हिक्स ने कहा “ आर्थिक वृद्धि और आर्थिक विकास में कोई अंतर नहीं है, आर्थिक वृद्धि शब्द विकसित देशों के लिए तथा आर्थिक विकास शब्द विकासशील देशों के लिए उपयोग किया जाता है।”
👉 आर्थिक वृद्धि सिर्फ वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में वृद्धि को दर्शाती है। जबकि आर्थिक विकास, आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ जीवन स्तर, शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी, रोजगार आदि में सुधार को दर्शाता है।
➢ विकसित देश = वैसे देश जो पूर्णतः विकास (growth) कर चुके हो, उसे विकसित देश कहते है। जैसे– अमेरिका
👉 विकासशील देश = वैसे देश जिनका पूर्णतः विकास नहीं हुआ हो, लेकिन वे विकास की राह पर अग्रसर हो, उसे विकासशील देश कहते है। जैसे– भारत
किसी देश का आर्थिक विकास कैसा होगा
(i) समावेशी विकास किसे कहते है?
उत्तर– आर्थिक विकास की ऐसी प्रक्रिया, जिसमें समाज के सभी वर्गों का जीवन स्तर ऊंचा होता जाए तथा समाज का कोई भी वर्ग विकास के लाभ से अछूता नहीं रहे, तो ऐसे विकास की प्रक्रिया को समावेशी विकास कहा जाता है।
(ii) सतत विकास किसे कहते है?
उत्तर– आर्थिक विकास की ऐसी प्रक्रिया, जिसमें न केवल वर्तमान पीढ़ी बल्कि आने वाली भावी पीढ़ी के विकास को भी ध्यान में रखकर संसाधनों का उपयोग किया जाता है। ऐसा विकास को सतत विकास कहते है।
प्रश्न 4. आर्थिक नियोजन किसे कहते है?
उत्तर– देश की प्राथमिकताओं के अनुसार, देश की संसाधनों को सभी विकासात्मक कार्यों में उपयोग करना ही, आर्थिक नियोजन कहलाता है। आर्थिक विकास का श्रेय आर्थिक नियोजन को जाता है।
योजना आयोग (Planning commission)
(i) भारत में योजना आयोग का गठन 15 मार्च 1950 को किया गया।
(ii) इसके अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री होते थे।
(iii) योजना आयोग के पहले अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू थे।
(iv) इसका कार्य था आने वाले 5 वर्षों के लिए आर्थिक विकास के लिए योजना बनाना।
(v) 1 जनवरी 2015 को योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग (NITI) कर दिया गया।
(vi) पहली पंचवर्षीय योजना का समय 1951–1956 तथा ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का समय 2007–2012 तक था।
राष्ट्रीय विकास परिषद् (National Development Council- NDC)
(i) भारत में राष्ट्रीय विकास परिषद् का गठन 6 अगस्त 1952 को किया गया था।
(ii) इसका अध्यक्ष राज्य के मुख्यमंत्री होते हैं।
(iii) प्रत्येक पंचवर्षीय योजना बनाने का कार्य योजना आयोग का है और अन्त में यह राष्ट्रीय विकास परिषद् द्वारा अनुमोदित (Approved) होती है।
मौद्रिक विकास
(i) वस्त विनिमय प्रणाली (Barter system) = वैसी प्रणाली जिसमें लोग वस्तु से वस्तु का लेन देन कर अपनी आवश्यकता की पूर्ति करते है, उसे वस्तु विनिमय प्रणाली कहते है।
(ii) मौद्रिक प्रणाली = वैसी प्रणाली जिसमें लोग मुद्रा से वस्तुओं का क्रय या विक्रय कर अपनी आवश्यकता की पूर्ति करते हैं, उसे मौद्रिक प्रणाली कहते है।
प्रश्न 5. मुद्रा (Currency) किसे कहते है?
उत्तर– धन का वह रूप जिससे लोग वस्तु का क्रय या विक्रय कर अपनी आवश्यकता की पूर्ति करते हैं। भारत की मुद्रा रुपया है। और रुपया पहली बार 1540 से 45 के आसपास शेरशाह सूरी द्वारा जारी किया गया था।
(iii) बैंकिंग प्रणाली = वैसी प्रणाली जिसमें बैंक के माध्यम से चेक के द्वारा विनिमय का काम किया जाता है, उसे बैंकिंग प्रणाली कहते है।
(iv) कोर बैंकिंग प्रणाली = जब बैंक के माध्यम से एक व्यक्ति के खाते से दूसरे व्यक्ति के खाते में पैसों को हस्तांतरण (transfer) किया जाता है, तो इस प्रकार के प्रणाली को कोर बैंकिंग प्रणाली कहते है।
(v) ATM (Automatic Teller machine) प्रणाली = ATM एक प्रकार का प्लास्टिक का डेबिट कार्ड होता है, जिसके द्वारा बैंक के केंद्र से पैसा को निकला या जमा किया जा सकता है।
प्रश्न 6. डेबिट कार्ड किसे कहते है?
उत्तर– डेबिट कार्ड बैंक द्वारा दिया जाने वाला एक प्रकार का प्लास्टिक का कार्ड होता है, जिसके द्वारा कोई व्यक्ति बैंक में जमा अपनी राशि का उपयोग कर सकता है।
प्रश्न 7. क्रेडिट कार्ड किसे कहते है?
उत्तर– क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा दिया जाने वाला एक प्रकार का प्लास्टिक का कार्ड होता है, जिसके द्वारा बैंक अपने धारक को रुपया उधार देता है।
आर्थिक विकास की माप एवं सूचकांक
(i) राष्ट्रीय आय (National Income) = किसी देश में एक वर्ष में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं पर प्राप्त किए गए कुल धन को राष्ट्रीय आय कहा जाता है।
जिस देश का राष्ट्रीय आय अधिक होता है वह देश विकसित कहलाता है, और जिस देश का राष्ट्रीय आय कम होता है वह अविकसित कहलाता है।
(ii) प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) = राष्ट्रीय आय को देश की कुल जनसंख्या से भाग देने पर जो भागफल आता है, वह प्रति व्यक्ति आय कहलाता है।
प्रति व्यक्ति आय = राष्ट्रीय आय/कुल जनसंख्या
(iii) मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) = यह स्वस्थ जीवन, शिक्षा और सभ्य जीवन स्तर के आधार पर किसी मानव के विकास को मापता है।
☞ मानव विकास सूचकांक (HDI) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा महबूब उल हक के निर्देश में जारी मानव विकास रिपोर्ट का एक हिस्सा है।
➢ 2021 में प्रकाशित मानव विकास सूचकांक (HDI) में भारत 191 देशों की सूची में 132 वें स्थान पर था। इस सूची में प्रथम तथा द्वितीय स्थान पर स्विट्जरलैंड तथा नार्वे थे।
प्रश्न 8. मानव विकास रिपोर्ट क्या है ?
उत्तर– राष्ट्रीय मानव विकास रिपोर्ट का तात्पर्य देश के वर्तमान जनसंख्या का शैक्षणिक, शारीरिक मानसिक, विकास का निर्धारण करना है।
☞ भारत में पहली बार योजना आयोग के द्वारा तैयार मानव विकास रिपोर्ट अप्रैल, 2002 को दिल्ली में अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा जारी की गयी थी।
➢ पांच BIMARU (बिहार, मध्य प्रदेश, असम, राजस्थान, उत्तर प्रदेश) राज्य है।
प्रश्न 9. आधारिक संरचना किसे कहते है?
उत्तर– वे सभी तत्त्व, (बिजली, परिवहन, संचार, बैंकिंग, स्कूल, कॉलेज) जो देश के आर्थिक विकास के लिए सहायक होते हैं, उन्हें देश का आधारिक संरचना (आधारभूत ढाँचा) कहा जाता है।
बिहार के पिछड़ेपन के कारण
(i) तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या
(ii) आधारिक संरचना का अभाव
(iii) कृषि पर निर्भरता
(iv) बाढ़ तथा सूखा से क्षति
(v) औद्योगिक पिछड़ापन
(vi) गरीबी
बिहार के पिछड़ेपन को दूर करने के उपाय
(i) जनसंख्या पर नियंत्रण
(ii) कृषि का तेजी से विकास
(iii) बाढ़ पर नियंत्रण
(iv) आधारिक संरचना का विकास
(v) उद्योगों का विकास
(vi) गरीबी दूर करना
👉 चंपारण आंदोलन का संबंध महात्मा गांधी तथा संपूर्ण क्रांति का संबंध लोकनायक जयप्रकाश नारायण से है। चन्द्रगुप्त, अशोक, शेरशाह, गुरुगोबिन्द सिंह, वीर कुँवर सिंह, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद तथा लोकगीतकार भिखारी ठाकुर आदि का जन्म बिहार में हुआ था।
>> 15 नवम्बर 2000 को बिहार से झारखण्ड के अलग हो जाने के बाद खनिज बाहुल्य क्षेत्र झारखण्ड में चले गए और बिहार के पास केवल उर्वरक भूमि तथा कुछ ही उद्योग रह गए। अब्दुल कलाम ने कहा है कि ‘बिहार के विकास के बिना भारत का विकास संभव नहीं है।“
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👉 अर्थशास्त्री कुजनेठ ने कहा था कि “गरीबी कैंसर रोग की तरह होती है।” जैसे शरीर में कहीं भी कैंसर होने पर धीरे-धीरे पूरा शरीर बीमार हो जाता है, वैसे ही अगर किसी एक जगह पर गरीबी हो, तो वह पूरी दुनिया के लिए नुकसानदेह होती है।
प्रश्न 10. कृषि-जनित उद्योग किसे कहते हैं?
उत्तर– वैसे उद्योग जो कृषि उत्पादन पर आश्रित होते है, अर्थात् जिनका कच्चा माल खेती से मिलता है। उदाहरण के लिए, आम से अचार बनाना और टमाटर से सॉस बनाना ऐसे उद्योग हैं।
>> गरीबी रेखा (Poverty Line) – योजना आयोग ने गरीबी मापने के लिए एक सीमा रेखा बनाई है। यह रेखा कैलोरी के हिसाब से तय करती है। ग्रामीण क्षेत्र में 2400 कैलोरी तथा शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन का मापदंड रखा गया है। जिस व्यक्ति की खपत (या आय) इस रेखा से कम है, तो उसे गरीबी रेखा के नीचे (BPL–Below Poverty line) माना जाता है।
👉 नरेगा (NREGA) – नरेगा एक प्रकार योजना है, जो ग्रामीण इलाकों में रोजगार देने का काम करती है। इसके तहत मजदूरों को साल में कम से कम 100 दिनों तक रोजगार मिलता है। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (National Rural Employment Guarantee Act) को संक्षेप में “NREGA” (नरेगा) भी कहा जाता है।
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दोस्तों उम्मीद करता हूं कि ऊपर दिए गए कक्षा 10वीं के अर्थशास्त्र के पाठ 01 अर्थव्यवस्था एवं इसका विकास (arthvyavastha Class 10th) का नोट्स और उसका प्रश्न को पढ़कर आपको कैसा लगा, कॉमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद !